आज मेरे अस्तित्व पर भयानक ग्रहण लगे हैं…. विकास नहीं विनाश के लिए सारे अतिक्रमण लगे हैं…..मुझको जिंदा रहने दो यह सृष्टि जिंदा रह पाएगी वरना अंत निश्चित है……
चतुर मूर्ति वर्मा /बलौदाबाजार : यह गाथा छत्तीसगढ़ की जीवन दायनी कही जाने वाली राज्य की सबसे बड़ी नदी महानदी की है जो आज अवैध रेत उतखनन के कारण अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। सियासत की धमक व प्रशासन की कमीशनखोरी का शिकार बनी महानदी आज बहुत बैचेन, व्याकुल और असहाय नजर आ रही है। रेत माफियाओं से सांठ गांठ करने में विभागीय अमले ने कोई कसर नहीं छोड़ी है, और इन्ही के संरक्षण में रेत माफियाओ द्वारा पवित्र महानदी का सीना छल्ली कर चंद रुपयों के लालच में रेत का काला कारोबार किया जा रहा है ताजा मामला बलौदा बाजार जिले के महानदी का हैं…
कहा हो रहा था अवैध उत्खनन जाने
बलौदाबाजार जिले के पलारी विकासखंड में स्थित दतान रेत घाट का है जहा खुलेआम रातभर चैन माउंटेन मशीन की मदद से भारी मात्रा में रेत चोरी की जा रही है। जिसके कारण एक ओर सरकार को बड़ा राजस्व का नुकसान हो रहा है वही दूसरी ओर महानदी अपने प्राकृतिक सौंदर्य से धीरे-धीरे दूर होती जा रही है, राजनीतिक पहुँच व प्रशासन के मिलीभगत से महानदी का सीना छल्ली किया जा रहा है, यही वजह है कि आज महानदी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ने को मजबूर है।
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आचार संहिता का नहीं है डर
लोकसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान के साथ ही पूरे प्रदेश में आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गया है, लेकिन ऐसा लगता है कि यहां आदेश सिर्फ आम लोगों के लिए ही लागू हुआ है, रसूखदारों को इस आदेश से कोई फर्क नहीं पड़ता अगर फर्क पड़ता तो रात भर रेत की अवैध तस्करी नहीं की जाती।
प्रशासन की पैनी नजर के बाद भी हो रही है रेत की चोरी
दरअसल लोकसभा चुनाव के दौरान अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए जिले भर में जांच नाका लगाया गया है, FST टीम के द्वारा सतत निगरानी रखी जा रही है जिले के बॉर्डर में 24 घंटे जांच दल की तैनादगी इसके बावजूद फर्राटे भरती रेत वहां जिले से बाहर जा रही है, यह समझ से परे है।
कहां है टास्क फोर्स
दरअसल अवैध खनिज उत्खनन एवं परिवहन पर लगाम लगाने के लिए जिला स्तरीय समारोह टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जिसमें खनिज विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस विभाग परिवहन विभाग, वन विभाग जैसे अन्य विभाग शामिल हैं। और इसी संयुक्त टीम के माध्यम से अवैध खनन और परिवहन पर लगाम लगाया जाना है लेकिन आलम यह है, कि जिले के कई थानों से होकर रात में अवैध रेत से भरी गाडियां गुजराती है लेकिन कार्यवाही नहीं की जाती आखिरकार क्या वजह है कि इन गाड़ियों पर कार्यवाही नहीं हो रही है।
कार्यवाही की अधिकृत जानकारी नहीं
दातन रेत घाट में अवैध खनन और परिवहन की शिकायत पर अब तक जिला प्रशासन के तरफ से कार्यवाही की अधिकृत जानकारी नहीं दी गई है, सूत्रों की माने तो खनिज विभाग की तरफ से खानापूर्ति करते हुए घाट के अंदर तीन चैन माउंटेन मशीन समेत अवैध परिवहन करते तीन हाईवा को जप्त किया गया है। जबकि रात भर सैकड़ो हाईवे सड़कों पर फर्राटे भरते जिले से बाहर जा रही है तमाम बातों से स्पष्ट है, की जिले ने माफियाओं का राज चल रहा है, जिसके आगे जिला प्रशासन लाचार, बेबस, पंगु नजर आ रहा है।
पहले भी हो चुकी है बड़ी कार्यवाही
अवैध रेत खनन और परिवहन को लेकर 15 फरवरी को बड़ी कार्यवाही सामने आई थी जिसमें 6 चैन माउंटेन मशीन सहित 57 रेट से भारी वाहन को जब तक किया गया था बड़ी कार्यवाही के बाद भी यह कारोबार फल फूल रहा है
15 फरवरी से 24 अप्रैल तक कार्यवाही
कार्यवाही वसूली
अवैध उत्खनन -73 राशि – 3366955
अवैध परिवहन – 188 राशि – 4421230
अवैध भंडारण – 1 राशि – 36500