थाना पुलगांव पुलिस की कार्रवाई: मारपीट के आरोपियों को किया गिरफ्तार

खैरागढ़ | खैरागढ़ के छिंदारी गांव स्थित रानी रश्मि देवी सिंह जलाशय में ईको-पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर भारी भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ है। यह खुलासा रविवार को विधायक यशोदा नीलांबर वर्मा के निर्देशन में संचालित ‘मिशन संडे’ टीम के निरीक्षण के दौरान हुआ।
वन विभाग को इस जलाशय को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए ₹41 लाख की स्वीकृति मिली थी। लेकिन निरीक्षण के दौरान सामने आया कि अधिकांश निर्माण कार्य या तो अधूरे हैं या बेहद निम्न गुणवत्ता के हैं। किचन शेड, मचान, बैठने की कुर्सियां और अन्य सुविधाएं सस्ती सामग्री जैसे बांस और हल्की लकड़ी से बनाई गई हैं, जो जल्द ही खराब हो सकती हैं।
‘मिशन संडे’ टीम को जानकारी मिली कि इन अधूरे कार्यों का भुगतान विभाग द्वारा पहले ही पूर्ण रूप से कर दिया गया है। यह स्पष्ट संकेत है कि सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ है और कार्य में भारी लापरवाही बरती गई है।
स्थानीय ग्रामीणों ने भी अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए टीम को बताया कि अधिकारियों ने कागज़ों में प्रोजेक्ट को पूरा दिखाकर पैसे की बंदरबांट की है। ज़मीन पर विकास कार्य नाममात्र ही हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह योजना केवल दिखावे के लिए चलाई गई है, जिससे पर्यटन की उम्मीदें और स्थानीय रोजगार की संभावनाएं धूमिल हो गई हैं।