भिलाई में रह रही बांग्लादेशी महिला गिरफ्तार, फर्जी दस्तावेजों के सहारे दो साल से छुपकर रह रही थी

दुर्ग। भिलाई से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहाँ पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक बांग्लादेशी महिला को गिरफ्तार किया है। महिला पिछले दो वर्षों से अपनी पहचान छुपाकर शहर में रह रही थी। पुलिस ने उसके पास से फर्जी आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। मकान मालिक को भी बिना वेरिफिकेशन के किराए पर घर देने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि अवैध अप्रवासियों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए भिलाई नगर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है।
जांच के दौरान जानकारी मिली कि सुपेला नेहरू रोड पर स्थित सूरज साव के मकान में एक महिला पिछले कुछ समय से रह रही है, जिसने शासकीय अस्पताल में इलाज के दौरान फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया।
पुलिस की पूछताछ में महिला ने अपना असली नाम पन्ना बीबी बताया, जो बांग्लादेश की नागरिक है। वह भिलाई में अंजली सिंह उर्फ काकोली घोष नाम से रह रही थी और फर्जी आधार कार्ड बनवाकर अपनी पहचान छुपा रही थी।
फर्जी दस्तावेजों के सहारे बॉर्डर पार कर पहुंची भारत
पन्ना बीबी ने बताया कि वह करीब 8 साल पहले फर्जी पासपोर्ट और वीजा बनवाकर बांग्लादेश से उत्तर प्रदेश के बनगांव पेट्रापोल जिला और पश्चिम बंगाल के रास्ते भारत में घुसी थी। भारत में आने के बाद उसने पांच साल तक पश्चिम बंगाल के कुख्यात इलाके सोनागाछी में समय बिताया, फिर दिल्ली आई और एक साल बाद भिलाई पहुंच गई। भिलाई में वह अपनी सहेली पूजा के साथ पिछले दो सालों से रह रही थी।
कोलकाता के जरिए भेजती थी बांग्लादेश पैसे
महिला ने यह भी खुलासा किया कि वह भिलाई में काम करके जो भी पैसा कमाती थी, उसे पहले कोलकाता स्थित अपने परिचित के पास भेजती थी और फिर वहां से पैसे बांग्लादेश में अपने परिवार को भेजती थी।
आगे बढ़ेगी जांच, एजेंसियों को लिखा जाएगा पत्र
एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि मामले की विस्तृत जांच की जाएगी। यह पता लगाया जाएगा कि महिला को भारत लाने में कौन-कौन लोग शामिल थे, उसके फर्जी दस्तावेज किसने बनवाए और क्या कोई अन्य लोग भी इस नेटवर्क का हिस्सा हैं।इस संबंध में संबंधित एजेंसियों को पत्र लिखा जाएगा ताकि बड़ी कार्रवाई की जा सके।