चतुर मूर्ति वर्मा/बलौदाबाजार छत्तीसगढ़ प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद लगातार निकायों में अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है और कुर्सी पर जमे अध्यक्ष और उपाध्यक्ष अपनी सुरक्षित कुर्सी को बचाने में नाकाम साबित हो रहे हैं बात बलौदा बाजार की करें तो बलौदा बाजार जिले में भी भाजपा सदस्यों के द्वारा उपाध्यक्ष सरिता ठाकुर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लगाया गया था
कब, कहां और किसने करवाया चुनाव
भाजपा सदस्यों द्वारा लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय सभा कक्ष में दिनांक 21-02-2024 (बुधवार) को मतदान कराया गया चुनाव संपन्न कराने हेतु अनुपम तिवारी, अपर कलेक्टर को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया था। जिला पंचायत में कुल 22 सदस्य थे जिसमें से एक सदस्य विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बन गई है भाजपा समर्थित 13 सदस्यों ने उपाध्यक्ष पद के लिए अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में अपना मत दिया वहीं अविश्वास प्रस्ताव में उपाध्यक्ष सरिता ठाकुर समेत 8 कांग्रेस पार्टी के जिला पंचायत सदस्य चुनाव के दौरान नदारत रहे।
भाजपा का आरोप
सूत्रों की माने तो भाजपा समर्थित जिला पंचायत के सदस्यों ने कांग्रेस समर्थित जिला पंचायत उपाध्यक्ष सरिता ठाकुर पर अपने पद का दुरुपयोग कर मनमानी करने ,भाजपा सदस्यों के साथ दुर्व्यवहार और सहयोग की भावना रखते हुए कार्य करने जैसे करने कई आरोप कोलेकर अविश्वास प्रस्ताव लगाया गया है
पंचायती राज अधिनियम
पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा-35 (1) के प्रावधान अनुसार जिला पंचायत गठन करने वाले कुल 21 सदस्यों में से दो तिहाई से अधिक सदस्यों को मतदान करना था लेकिन मतदान के दौरान भाजपा समर्थित 13 सदस्यों ने वोट डाला जबकि कांग्रेस समर्थित उपाध्यक्ष सरिता ठाकुर सहित आठ सदस्यों ने चुनाव प्रक्रिया में भाग नहीं नियम के अनुसार 16 सदस्यों को वोट करना था लेकिन कांग्रेस समर्थित सदस्यों की एकजुट के चलते यह संभव नहीं हो पाया जिसके चलते भाजपा जीत कर भी हार गई
सूत्र
राजनीतिक सूत्रों की माने तो बीजेपी सदस्यों के अविश्वास प्रस्ताव लगाने के बाद पहली बार 15 जनवरी को चुनाव निर्धारित किया गया था लेकिन चुनाव तिथि से ठीक पहले कांग्रेस समर्थित सदस्य एकजुट होकर कहीं बाहर घूमने चले गए इसकी जानकारी भाजपा सदस्यों को लगने के बाद दवा पूर्वक तिथि को आगे बढ़ाया गया इसके बाद फिर से दोबारा 21 फरवरी को चुनाव कर जाने की घोषणा की गई बताया जा रहा है बीजेपी को चुनाव की तिथि बढ़ाने में सफलता तो मिल गई लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तोड़ने में बीजेपी असफल साबित हुई यही कारण है कि बीजेपी अपने 13 सदस्यों के साथ चुनावी मैदान पर अकेले नजर आई और बीजेपी जीत कर भी हार गई
कांग्रेस अध्यक्ष का बयान
ज़िला पंचायत उपाध्यक्ष के खिलाफ लाए गए भाजपा सदस्यों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त होने पर ज़िला कांग्रेस अध्यक्ष हितेन्द्र ठाकुर ने कहा कि यह कांग्रेस कि ज़िला पंचायत सदस्यों द्वारा पार्टी के प्रति निष्ठा और कांग्रेसी सदस्यों की एकजुटता से ही संभव हो पाया है।ज़िला पंचायत के सभी सदस्य पार्टी के बड़े नेता है औरसंगठन के पदो पर भी है। हमारे सदस्यों ने समर्पण सहयोग और एकजुटता दिखाते हुए पार्टी की प्रतिष्ठा को धूमिल होने से बचा लिया,सभी सदस्य धन्यवाद के पात्र है।
बीजेपी अध्यक्ष का बयान
चुनाव संपन्न होने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं से जब इस संबंध में बात करने की कोशिश की गई तो कार्यकर्ता मीडिया से दूरी बनाते नजर आए वही इस मामले को लेकर भाजपा अध्यक्ष सनम जांगड़े ने जिला और प्रदेश स्तर पर जानकारी नहीं होने की पुष्टि की इस संबध में जिला पंचायत सदस्यों से जानकारी लेने की बात कही