103 करोड़ के बजट से होगा अरपा नदी का संरक्षण, प्रशासन ने हाईकोर्ट में दी जानकारी

बिलासपुर। अरपा नदी में गंदे पानी के बहाव को रोकने की दिशा में नगर निगम बिलासपुर ने बड़ी पहल की है। नगरीय प्रशासन विभाग के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (CEO) द्वारा हाईकोर्ट में दाखिल किए गए शपथपत्र में बताया गया है कि शहर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) एवं अन्य संरचनाओं के निर्माण के लिए ₹103 करोड़ 68 लाख की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की गई है।
गठन की गई तकनीकी समिति
शपथपत्र में कहा गया है कि प्रस्तावित कार्यों की औचित्यता, लागत-लाभ विश्लेषण और स्थल निरीक्षण के लिए एक समिति गठित की गई है, जो परियोजना के सभी पहलुओं की गहन जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी। इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की स्वीकृति और क्रियान्वयन की प्रक्रिया तय होगी।
4 STP जुलाई तक होंगे क्रियाशील
नगर निगम की ओर से कोर्ट को अवगत कराया गया कि सीवरेज ट्रीटमेंट की दिशा में तेजी से काम हो रहा है:
- एक प्लांट गुरुवार से शुरू हो रहा है,
- दूसरा प्लांट अगले सप्ताह से संचालन में आ जाएगा,
- जुलाई तक शेष दो प्लांट भी शुरू हो जाएंगे।
इससे अरपा नदी में सीधे गंदे पानी के प्रवाह पर नियंत्रण पाया जा सकेगा और नदी की स्वच्छता व पारिस्थितिकी तंत्र में सुधार होगा।
हाईकोर्ट ने अगली सुनवाई जुलाई में तय की
अरपा नदी को प्रदूषण से मुक्त करने से जुड़ी जनहित याचिका पर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने अब अगली सुनवाई जुलाई के महीने में निर्धारित की है। कोर्ट ने नगर निगम और शासन को सभी कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए हैं।
शहरवासियों को मिलेगा स्वच्छता का लाभ
शहरवासियों को लंबे समय से अरपा नदी की दुर्दशा को लेकर चिंता रही है। अब सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की शुरुआत और विस्तृत परियोजना के प्रस्ताव से न केवल प्रदूषण घटेगा, बल्कि बिलासपुर को एक स्वच्छ और टिकाऊ नगरीय मॉडल के रूप में विकसित करने की दिशा में अहम कदम भी माना जा रहा है।