चैतन्य बघेल गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस का आंदोलन, छत्तीसगढ़ ठप

रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की ईडी गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ के कई जिलों में चक्का जाम किया। राष्ट्रीय राजमार्गों पर दो घंटे तक चले इस प्रदर्शन में रायपुर, बिलासपुर, बस्तर समेत कई जगहों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर भाजपा सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया।
रायपुर के वीआईपी चौक पर भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग-53 पर दोपहर 12 से 2 बजे तक धरना दिया। बघेल ने भाजपा पर विपक्ष की आवाज दबाने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कहा, “विष्णु देव साय की सरकार नहीं, अडानी की सरकार छत्तीसगढ़ चला रही है। तमनार में जंगल काटे जा रहे हैं और मेरे बेटे को ईडी गिरफ्तार कर रही है।”
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज बस्तर के जगदलपुर में, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत बिलासपुर और जांजगीर-चांपा में चक्का जाम में शामिल हुए। पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने भी प्रदर्शन में भाग लिया। प्रदर्शनकारियों ने “अडानी भगाओ, छत्तीसगढ़ बचाओ” के नारे लगाए और भाजपा सरकार पर तीखे हमले बोले।
वहीं भाजपा ने कांग्रेस के प्रदर्शन को पूरी तरह असफल करार दिया। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, “कांग्रेस का चक्का जाम फ्लॉप शो साबित हुआ है। जनता ने भ्रष्टाचार और भ्रष्ट लोगों के समर्थन में सड़कों पर उतरने से इनकार कर दिया है।” साव ने आरोप लगाया कि चैतन्य बघेल पर शराब घोटाले के 1000 करोड़ रुपये को रियल एस्टेट कारोबार में निवेश करने का आरोप है और कांग्रेस भ्रष्टाचारियों का बचाव कर रही है।
साव ने कहा कि कांग्रेस का यह प्रदर्शन न राज्य के हित में है और न देश के। उन्होंने दावा किया कि व्यापारियों और श्रमिक संगठनों ने भी कांग्रेस के आह्वान को पूरी तरह नकार दिया है।
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अब यह आंदोलन छत्तीसगढ़ की सियासत में सत्ता और विपक्ष के बीच टकराव की नई लकीर खींच गया है। कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग नहीं रुका तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।