रेत माफियाओं का आतंक: पुलिस आरक्षक की हत्या मामले में चार आरोपी गिरफ्तार, दो ट्रैक्टर जब्त

बलरामपुर | छत्तीसगढ़ और झारखंड की सीमा पर स्थित बलरामपुर जिले के लिबरा गांव में अवैध रेत परिवहन की शिकायत पर कार्रवाई करने गई पुलिस टीम पर रेत माफियाओं ने जानलेवा हमला कर दिया।
इस हमले में कांस्टेबल शिवबचन सिंह की ट्रैक्टर से कुचलकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद पूरे प्रदेश में भारी आक्रोश और हड़कंप मच गया था।
आज इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही घटना में प्रयुक्त दो ट्रैक्टरों को भी जब्त कर लिया गया है। घटना की जांच अभी भी जारी है और अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम और विवरण:
- आरीफूल हक (24 वर्ष), खाला टोला, सेराजनगर, थाना धुरकी, जिला गढ़वा (झारखंड)
- जमील अंसारी (41 वर्ष), खाला टोला, सेराजनगर, थाना धुरकी, जिला गढ़वा (झारखंड)
- शकील अंसारी (22 वर्ष), खाला टोला, सेराजनगर, थाना धुरकी, जिला गढ़वा (झारखंड)
- अकबर अंसारी (50 वर्ष), अरसली, थाना भवनाथपुर, जिला गढ़वा (झारखंड)
मुख्यमंत्री साय ने दी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
अवैध रेत तस्करों द्वारा पुलिस आरक्षक की हत्या को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने साफ शब्दों में कहा कि अपराधियों के खिलाफ सरकार की नीति स्पष्ट है। उन्होंने कहा कि चाहे कोई भी हो, सरकार अपराधियों को बख्शेगी नहीं। इस मामले में पूरी पारदर्शिता से जांच कर दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
पुलिस की जांच तेज
बलरामपुर पुलिस घटना के बाद से ही सक्रिय है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद अन्य फरार आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है। जल्द ही मुख्य साजिशकर्ता और अन्य सहयोगियों को भी पकड़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
बता दें कि 11 मई को अवैध रेत परिवहन की शिकायत पर कार्रवाई के दौरान लिबरा गांव में रेत माफियाओं ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया था। इस दौरान कांस्टेबल शिवबचन सिंह को ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी गई थी।
पुलिस ने इस घटना को बेहद गंभीर मानते हुए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।साथ ही इलाके में अवैध रेत खनन और परिवहन के खिलाफ सख्त अभियान चलाने की तैयारी की जा रही है।