सरकारी नौकरी की आड़ में करोड़ों की ठगी, नकली नियुक्ति पत्र देकर युवाओं से लूटी 4.5 करोड़ की रकम

रायपुर/भिलाई। छत्तीसगढ़ में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। इस ठगी के जाल में अब तक 14 से अधिक युवा फंसे हैं, जिनसे कुल मिलाकर करीब 4.5 करोड़ रुपये की ठगी की गई। आरोपी गिरोह ने खाद्य व नागरिक आपूर्ति निरीक्षक, CSPDCL सहायक अभियंता और NTPC इंजीनियर जैसे प्रतिष्ठित पदों के फर्जी नियुक्ति पत्र देकर युवाओं को शिकार बनाया।
जालसाजों ने युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे, जिसमें 2022 की भर्ती परीक्षा, विभागीय आदेश और वरिष्ठ अधिकारियों के नकली हस्ताक्षर दर्शाए गए थे। इसमें वेतन और पदस्थापना की जानकारी भी शामिल थी, जिससे अभ्यर्थियों को कोई शक न हो। ठगी का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित नियुक्ति पत्र लेकर संबंधित विभागों में ज्वाइनिंग के लिए पहुंचे और उन्हें बताया गया कि उनके दस्तावेज फर्जी हैं।
मुख्य आरोपी की पहचान सरगुजा निवासी रजत कुमार गुप्ता के रूप में हुई है। वह दुर्ग की प्रिया देशमुख और बिलासपुर की मोनीषा सिंह के माध्यम से युवाओं से संपर्क करता था। एफआईआर के अनुसार, एक केस में तो आरोपी ने 50 लाख रुपये में नायब तहसीलदार बनाने का वादा किया, और जब चयन नहीं हुआ तो खाद्य निरीक्षक पद के नाम पर 20 लाख की और ठगी कर ली।
पुलिस के मुताबिक, TI राजकुमार लहरे ने बताया कि मुख्य आरोपी की लोकेशन ट्रेस की जा रही है और जल्द ही गिरफ्तारी संभव है। साथ ही पुलिस उसकी पत्नी और अन्य साथियों की भी तलाश कर रही है, जिनकी संलिप्तता इस पूरे रैकेट में बताई जा रही है।
छत्तीसगढ़ पुलिस ने युवाओं से अपील की है कि वे किसी भी नौकरी संबंधी प्रस्ताव की पूरी जांच-पड़ताल करें और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना दें।