सीएम हाउस घेराव को निकले कांग्रेस कार्यकर्ता, पुलिस से झूमाझटकी. बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़े कार्यकर्ता

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज कांग्रेस पार्टी ने भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था, महिलाओं पर अत्याचार और लगातार हो रहे अपराधों के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए और मुख्यमंत्री निवास (सीएम हाउस) का घेराव किया। राजधानी का गांधी मैदान इस आंदोलन का मुख्य केंद्र रहा, जहां जनसभा के बाद हजारों की संख्या में कार्यकर्ता सीएम हाउस की ओर रवाना हुए।
गांधी मैदान से शुरू हुआ प्रदर्शन, बैरिकेड्स तोड़े
गांधी मैदान में आयोजित जनसभा में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, विधायकों, सांसदों, पूर्व मंत्रियों और सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। सभा के बाद जैसे ही कार्यकर्ता सीएम हाउस की ओर बढ़े, पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेडिंग कर उन्हें रोकने का प्रयास किया। आकाशवाणी चौक पर लगाया गया पहला बैरिकेड कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तोड़ दिया और आगे बढ़ गए। इस दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झूमाझटकी भी हुई।
“सरकार सोई हुई है, हम उसे जगाने निकले हैं” — दीपक बैज
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने भाजपा सरकार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा, “यह लड़ाई छत्तीसगढ़ की जनता के हित में है। माताओं-बहनों पर अत्याचार बढ़ा है, हर तीन घंटे में एक बलात्कार की घटना हो रही है। हमारी सरकार को नींद से जगाने की कोशिश है, लेकिन यह सरकार कुंभकरण की नींद में है।”
दीपक बैज ने कहा कि पिछले एक साल में रायपुर में 93 हत्याएं हो चुकी हैं, जिससे स्पष्ट है कि कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। उन्होंने भाजपा पर संवेदनहीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार जनता की रक्षक नहीं, बल्कि भक्षक बन गई है।
“हर कार्यकर्ता सीने पर गोली खाने को तैयार” — कांग्रेस का संकल्प
दीपक बैज ने मंच से कहा, “हम झीरम घाटी के सपूत हैं, हमारे नेता गोली खा चुके हैं। यह गांधी की आंधी है, जिसे कोई नहीं रोक सकता। कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता सीने पर गोली खाने को तैयार है।” उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि अगर वह नहीं जागी तो कांग्रेस उसे उखाड़ फेंकने का जन आंदोलन खड़ा करेगी।
वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति, शक्ति प्रदर्शन का संदेश
प्रदर्शन में कांग्रेस के विधायक, सांसद, पूर्व मंत्री, जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ नेता और संगठन के पदाधिकारी शामिल हुए। इसे पार्टी के शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है, जिससे भाजपा सरकार पर जनदबाव बनाया जा सके।
पुलिस चौकन्ना, शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
वहीं, पुलिस प्रशासन ने सीएम हाउस की सुरक्षा को लेकर व्यापक इंतजाम किए थे। कई लेयर में बैरिकेडिंग लगाई गई थी और अतिरिक्त बल तैनात किए गए थे। प्रदर्शन के दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा बल अलर्ट मोड पर रहा।