छत्तीसगढ़ में वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर फर्जी रजिस्ट्री का बड़ा घोटाला

रायपुर/छत्तीसगढ़ | राज्य में वक्फ बोर्ड की संपत्तियों को लेकर बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। आरोप है कि वक्फ बोर्ड की कीमती जमीनों और संपत्तियों की फर्जी रजिस्ट्री कर कई लोगों ने करोड़ों की हेराफेरी की है। इस घोटाले के सामने आते ही प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है।
फर्जी दस्तावेजों से की गई रजिस्ट्री
सूत्रों के अनुसार, वक्फ की जमीनों को निजी संपत्ति दिखाकर उनके नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए और फिर उन्हें रजिस्ट्री कार्यालयों से पास करा लिया गया। यह पूरा खेल कथित रूप से बिचौलियों, भूमाफियाओं और कुछ विभागीय कर्मियों की मिलीभगत से अंजाम दिया गया।
वक्फ बोर्ड की शिकायत पर शुरू हुई जांच
वक्फ बोर्ड ने इस पूरे मामले की शिकायत संबंधित विभागों और प्रशासन से की है। बोर्ड का कहना है कि यह मुस्लिम समुदाय की धार्मिक और सार्वजनिक संपत्तियों की खुली लूट है और इसके दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए।
जांच में जुटा प्रशासन
प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। राजस्व और पंजीयन विभाग से संबंधित दस्तावेजों की जांच की जा रही है। वहीं, कुछ जिलों में पहले ही रजिस्ट्री प्रक्रिया को अस्थाई रूप से रोक दिया गया है।
वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष का बयान
“हमारी धार्मिक संपत्तियों पर अवैध कब्जा और फर्जी रजिस्ट्री किसी साजिश से कम नहीं है। यह न सिर्फ कानून का उल्लंघन है, बल्कि समुदाय की आस्था के साथ धोखा है। हम जल्द ही उच्चस्तरीय जांच की मांग करेंगे।” – वक्फ बोर्ड अध्यक्ष
कई बड़ी हस्तियों के नाम जुड़े होने की आशंका
जांच एजेंसियों को शक है कि इस घोटाले में राजनीतिक और प्रशासनिक प्रभावशाली लोगों की भूमिका हो सकती है। ऐसे में मामला और भी संवेदनशील हो गया है।