छह साल से फरार चिटफंड कंपनी का डायरेक्टर विक्रम सिंह सोनालिया गिरफ्तार, करोड़ों की ठगी का मामला उजागर

करहीबाजार। छत्तीसगढ़ के चिटफंड घोटालों की कड़ी में एक और बड़ी कार्रवाई सामने आई है। बी.एन. गोल्ड रियल स्टेट एंड एलाईड लिमिटेड चिटफंड कंपनी के छह साल से फरार आरोपी डायरेक्टर विक्रम सिंह सोनालिया को चौकी करहीबाजार पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर दिया है।
प्रकरण की शुरुआत प्रार्थी उदय सिंह मरावी, निवासी ग्राम केसला की रिपोर्ट के आधार पर हुई थी। रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2010 से कंपनी द्वारा निवेशकों से लेनदेन किया जा रहा था। कंपनी की लुभावनी स्कीमों से प्रभावित होकर 311 निवेशकों ने कुल ₹2,13,10,930 (दो करोड़ तेरह लाख दस हजार नौ सौ तीस रुपये) की राशि निवेश की थी, जिसके पश्चात कंपनी संचालक फरार हो गए।
इस मामले में चौकी करहीबाजार में अपराध क्रमांक 154/2018 अंतर्गत धारा 420, 34 भादवि, धारा 3, 4 – इनामी चिट्स एंड मनी सर्कुलेशन एक्ट तथा 10 – निवेशकों का संरक्षण अधिनियम 2005 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच में लिया गया।
अब तक इस प्रकरण में 8 अन्य आरोपी डायरेक्टरों —
- सचिन डामोर
- गुरविंदर सिंह संधु उर्फ जी.एस. संधु
- विपिन सिंह यादव
- विनय कुमार भारती
- विकास भारती
- अनिल कुमार शर्मा
- बलजीत संधु
- संदीप सोंध को पूर्व में गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध न्यायालय में पूरक चालान पेश किया जा चुका है।
पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने मामले की गंभीरता को देखते हुए फरार आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। उसी के तहत कार्रवाई करते हुए दिनांक 30 जून 2025 को पुलिस टीम ने आरोपी विक्रम सिंह सोनालिया (उम्र 47 वर्ष), निवासी ग्राम मुगली, थाना आष्टा, जिला सीहोर (म.प्र.) को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
इस कार्रवाई में चौकी प्रभारी सहायक उप निरीक्षक राजेंद्र पाटिल, प्रधान आरक्षक सत्यप्रकाश मरावी, आरक्षक यशवंत यादव, टिकेश्वर गायकवाड़ और खुमान सिंह साहू की विशेष भूमिका रही।
पुलिस अब शेष निवेशकों की राशि वापसी हेतु कानूनी प्रक्रिया के तहत आगे की कार्यवाही कर रही है।