भाजपा नेता की कार से टक्कर में कांग्रेस नेता की मौत, राजनीतिक गलियारों में मचा हड़कंप

कोंडागांव | छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले से शुक्रवार को एक सनसनीखेज और दुखद खबर सामने आई है। भाजपा नेता की कार की टक्कर से युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष हेमंत भोयर की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा कोंडागांव जिला अस्पताल के सामने राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ। घटना के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया है और कांग्रेस ने इसे “साजिशन हत्या” करार दिया है।
मृतक कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता थे
हेमंत भोयर न केवल कोण्डागांव विधानसभा क्षेत्र के युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष थे, बल्कि वे मुलमुला पंचायत के पंच के रूप में भी कार्यरत थे। वे कांग्रेस के एक समर्पित, जुझारू और सक्रिय कार्यकर्ता माने जाते थे।
शव के साथ सड़क पर धरना, मौके पर पहुंचे कांग्रेस नेता
हादसे की खबर मिलते ही आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन जब तक मदद मिलती, हेमंत भोयर की जान जा चुकी थी। उनका शव सड़क पर पड़ा रहा, और परिजनों व कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वहीं धरना शुरू कर दिया। स्थिति को देखते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री मोहन मरकाम भी मौके पर पहुंचे।
मोहन मरकाम ने इस घटना को महज हादसा नहीं, बल्कि सोची-समझी राजनीतिक हत्या बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ता जानबूझकर कांग्रेस के सक्रिय नेताओं को निशाना बना रहे हैं।
थाने का घेराव, गिरफ्तारी की मांग
हेमंत भोयर की मौत के बाद गुस्साए कांग्रेस कार्यकर्ता और परिजन बड़ी संख्या में कोंडागांव थाना पहुंचे और थाने का घेराव किया। उन्होंने आरोपी भाजपा नेता की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। साथ ही पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए कि वह आरोपी को बचाने की कोशिश कर रही है और हादसे में प्रयुक्त वाहन को छिपा रही है।
स्थानीय जनता में भी नाराजगी
यह मामला अब केवल राजनीतिक विवाद नहीं रहा, बल्कि स्थानीय जनता के बीच भी भारी असंतोष और आक्रोश देखने को मिल रहा है। लोग प्रशासन से निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की मांग कर रहे हैं।
कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी
पूर्व मंत्री मोहन मरकाम ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस आंदोलन करेगी और यह संघर्ष सड़क से लेकर सदन तक चलेगा। उन्होंने कहा कि न्याय न मिलने तक पार्टी चुप नहीं बैठेगी।
प्रशासन अब तक मौन
घटना के कई घंटे बीत जाने के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, जिससे मृतक के परिजन और समर्थक और अधिक नाराज हैं। वे पारदर्शी कार्रवाई और न्याय की मांग पर अड़े हुए हैं।