‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर संसद में हंगामे को लेकर भड़के बृजमोहन अग्रवाल, कहा- सेना के शौर्य पर राजनीति दुर्भाग्यपूर्ण

रायपुर। संसद के मानसून सत्र के पहले ही दिन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे गौरवशाली सैन्य अभियान पर विपक्ष द्वारा किए गए हंगामे को लेकर रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण, निराशाजनक और राष्ट्रहित के खिलाफ बताया।
“सेना के शौर्य पर हो राजनीति नहीं, एकता”
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की सेना की वीरता, रणनीति और राष्ट्रीय स्वाभिमान का प्रतीक है। यह न केवल हमारी रक्षा क्षमता को दर्शाता है, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की प्रतिष्ठा को और मजबूत करता है। ऐसे अभियान हर भारतीय के लिए गर्व का विषय होने चाहिए, न कि सियासी विवाद का।
उन्होंने संसद में हुए हंगामे और शोर-शराबे को लेकर नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा, “जब विषय देश की सुरक्षा, सेना के साहस और गौरव से जुड़ा हो, तब राजनीति नहीं, एकजुटता दिखनी चाहिए।” उन्होंने विपक्ष को जिम्मेदार व्यवहार अपनाने की नसीहत दी और कहा कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार है, लेकिन देश की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिशें स्वीकार्य नहीं हैं।
सांसद अग्रवाल ने अंत में सभी दलों और नागरिकों से अपील की कि वे देश की एकता, अखंडता और सम्मान को सर्वोपरि मानते हुए भारत की प्रगति में सहयोग और सकारात्मक योगदान दें।