नोएडा में चल रहे फर्जी इंश्योरेंस कॉल सेंटर का पर्दाफाश, रिटायर्ड बैंक मैनेजर से 20 लाख की ठगी करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार

बस्तर। रिटायर्ड स्टेट बैंक उप प्रबंधक से 20 लाख रुपये की ठगी के मामले में बस्तर पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए नोएडा से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन में गठित विशेष टीम ने नोएडा में तीन दिन तक कैंप कर आरोपियों की पहचान कर दबोच लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़ित आनंदराव देशमुख, जो स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से रिटायर्ड उप प्रबंधक हैं, ने वर्ष 2015 में HDFC लाइफ की बीमा पॉलिसी ली थी, जिसका केवल एक प्रीमियम भुगतान किया गया था। आर्थिक तंगी के चलते वह आगे भुगतान नहीं कर सके। अक्टूबर 2023 में उन्हें अज्ञात नंबरों से कॉल आने लगे, जिसमें खुद को IRDA अधिकारी बताते हुए कहा गया कि बीमा की मेच्योरिटी राशि प्राप्त करने हेतु पॉलिसी को रिन्यू कराना जरूरी है। इस झांसे में आकर प्रार्थी ने विभिन्न खातों में कुल 20,90,028 रुपये जमा कर दिए।
फ्रॉड की आशंका होने पर उन्होंने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिस पर तत्काल अपराध पंजीबद्ध किया गया।
तकनीकी जांच और छापेमारी
जांच के दौरान यह सामने आया कि कॉल नोएडा के सेक्टर 62, 63 और 66 से किए जा रहे थे। पुलिस की तकनीकी टीम ने इन लोकेशनों को ट्रैक कर एक विशेष टीम का गठन किया, जिसे निरीक्षक विकेश तिवारी और उप निरीक्षक अमित सिदार के नेतृत्व में नोएडा रवाना किया गया। टीम ने तीन दिन तक रेकी कर बैंक कर्मी और किरायेदार बनकर जाल बिछाया और अंततः एक होटल के पास से लवकुश पिता यतेन्द्र सैनी (निवासी प्रतापगढ़, उ.प्र.) और राहुल कुमार पिता रामदुलारे यादव (निवासी लालगंज, उ.प्र.) को गिरफ्तार किया।
जप्ती और खुलासे
गिरफ्तार आरोपियों के पास से 7 मोबाइल फोन, फर्जी सिम कार्ड, फर्जी एटीएम कार्ड, इंश्योरेंस धोखाधड़ी से संबंधित हिसाब-किताब की रजिस्टर, और 10 हजार लोगों का डाटा बरामद किया गया। पूछताछ में एक महिला साथी की संलिप्तता भी उजागर हुई है, जिसे लेकर नोटिस जारी किया गया है।
देशभर में फैला नेटवर्क
तकनीकी जांच में यह भी पता चला कि आरोपी गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और हरियाणा सहित अन्य राज्यों के लोगों से संपर्क में थे और उन्हीं के माध्यम से ठगी का जाल फैला रखा था। पुलिस इन राज्यों के पीड़ितों से भी संपर्क कर रही है।
गिरफ्तार दोनों आरोपियों को विधिवत् कार्रवाई करते हुए माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है। इस पूरे ऑपरेशन में पुलिस की साइबर टीम और अधिकारियों का विशेष योगदान रहा।
विशेष योगदान देने वाले अधिकारी/कर्मचारी:
निरीक्षक भोलाराम राजपूत, निरीक्षक विकेश तिवारी, निरीक्षक गौरव तिवारी, उप निरीक्षक अमित सिदार, प्र.आर. विनोद चांदले, लोमेश दिवान, मौसम गुप्ता, धर्मेन्द्र ठाकुर, मुकुंद भंडारी, गौतम सिन्हा, कृष्णा सावड़े, और महिला आरक्षक राधिका नेताम की सराहनीय भूमिका रही।