भारत-पाकिस्तान सैन्य तनाव का असर हवाई यातायात पर: 32 एयरपोर्ट्स 15 मई तक बंद, 400 से ज्यादा उड़ानें प्रभावित

नई दिल्ली | भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव का सीधा असर अब देश के हवाई यातायात पर भी दिखने लगा है। सुरक्षा कारणों के चलते देश के 9 राज्यों में स्थित 32 हवाई अड्डों पर 15 मई तक उड़ान संचालन को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। पहले यह प्रतिबंध 10 मई तक लागू था, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए इसे पांच दिन और बढ़ा दिया गया है।
हर दिन 400 से ज्यादा उड़ानों पर असर
इन एयरपोर्ट्स पर प्रतिबंध के चलते हर दिन 400 से अधिक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित हो रही हैं। इससे बड़ी संख्या में यात्रियों की यात्रा योजनाएं बाधित हुई हैं। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और अन्य संबंधित एजेंसियां लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
DGCA ने की यात्रियों से अपील
DGCA ने यात्रियों से आग्रह किया है कि वे अफवाहों से बचें और केवल आधिकारिक स्रोतों से प्राप्त जानकारी के आधार पर यात्रा करें। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी बुकिंग को रीशेड्यूल करें और संबंधित एयरलाइनों से नियमित अपडेट लेते रहें।
इन 32 हवाई अड्डों पर पूरी तरह से बंद है संचालन:
पंजाब: अमृतसर, बठिंडा, पठानकोट, पटियाला, अंबाला, हलवारा
जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर, जम्मू, अवंतीपुर, लेह, थोइस
हिमाचल प्रदेश: कांगड़ा, कुल्लू-मनाली, शिमला
राजस्थान: जोधपुर, जैसलमेर, बीकानेर, उत्तरलाई, किशनगढ़
गुजरात: भुज, जामनगर, नलिया, पोरबंदर, केशोद, राजकोट (हीरासर), कांडला, मुंद्रा
मध्य प्रदेश: ग्वालियर
उत्तर प्रदेश: हिंडन (गाजियाबाद)
चंडीगढ़ व आसपास: चंडीगढ़, सरसावा, अधमपुर, लुधियाना
इनमें से अधिकतर एयरपोर्ट पाकिस्तान सीमा के नजदीक स्थित हैं और रणनीतिक रूप से अत्यंत संवेदनशील माने जाते हैं। ऐसे में इन क्षेत्रों में सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह कदम उठाया गया है।
यात्रियों के लिए सुझाव:
- अपनी यात्रा की तारीख पुनर्निर्धारित करें
- संबंधित एयरलाइनों से नवीनतम जानकारी प्राप्त करें
- यदि आवश्यक न हो तो यात्रा स्थगित करें
- अफवाहों से बचें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें
सरकार और सुरक्षा एजेंसियां स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और हालात के अनुसार आगे के फैसले लिए जाएंगे।