एयर इंडिया का बड़ा फैसला: विमान हादसे के बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में 15% कटौती, सुरक्षा और संचालन स्थिरता को प्राथमिकता

अहमदाबाद में हाल ही में हुए दर्दनाक विमान हादसे के बाद एयर इंडिया ने सुरक्षा और संचालन स्थिरता के मद्देनज़र एक बड़ा कदम उठाया है। एयरलाइन ने बुधवार को घोषणा की कि वह 20 जून से अपने वाइड-बॉडी विमानों से संचालित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में 15 प्रतिशत की कटौती करेगी। यह कटौती जुलाई के मध्य तक प्रभावी रहेगी।
एयर इंडिया ने इस फैसले का कारण विमानों की रिजर्व उपलब्धता बढ़ाना बताया है, जिससे किसी भी संभावित तकनीकी या सुरक्षा समस्या का समय पर समाधान किया जा सके। एयरलाइन ने कहा कि इस निर्णय का उद्देश्य यात्रियों को बेहतर सेवा देना, उड़ानों में स्थिरता बनाए रखना और उन्हें अंतिम समय की असुविधाओं से बचाना है।
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें 241 यात्रियों और क्रू मेंबर्स की दर्दनाक मृत्यु हो गई। हादसे के बाद एयरलाइन और नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने सुरक्षा उपायों को और सख्त करने के निर्देश दिए हैं।
DGCA ने एयर इंडिया के बोइंग 787-8 और 787-9 विमानों पर ‘एन्हांस्ड सेफ्टी इंस्पेक्शन’ अनिवार्य कर दिया है। अब तक 33 में से 26 विमानों की जांच पूरी हो चुकी है और उन्हें उड़ान के लिए हरी झंडी दी गई है। बाकी विमानों की जांच जल्द पूरी की जाएगी। बोइंग 777 विमानों पर भी अतिरिक्त सुरक्षा जांच लागू की जाएगी।
एयर इंडिया ने यात्रियों से असुविधा के लिए माफी मांगते हुए आश्वासन दिया है कि प्रभावित यात्रियों को अग्रिम सूचना दी जाएगी और उन्हें वैकल्पिक उड़ानों में समायोजित किया जाएगा। यात्री अपनी यात्रा को बिना किसी शुल्क के पुनर्निर्धारित कर सकते हैं या पूरा रिफंड प्राप्त कर सकते हैं।
एयरलाइन ने गुजरात सरकार और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ मिलकर मृतकों के परिजनों और घायल यात्रियों को हर संभव सहायता देने की बात कही है। एयर इंडिया ने कहा, “यह फैसला हमारे संचालन की सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए अनिवार्य है। हमें विश्वास है कि देशवासियों के सहयोग से हम इस संकट से बाहर निकलेंगे।”